[PRODUCTION] build: 4.0.29
M

Mukesh singh

लम्हा लम्हा सांसें खत्म हो रही हैं, जिंदगी मौत के पहलू में सौ रही है, उस बेवफा से ना पूछो मेरी मौत की वजह, वो तो ज़माने को दिखाने के लिए रो रही है।
    • 46
    • 0
    • 0
    • 1
    • 0
    • 12
    • 11
    • 22
15Seguidores
20Seguindo